मानव तस्करी के शक में फ्रांस में रोके गए 300 भारतीयों वाला प्लेन मंगलवार को भारत पहुंच गया। प्लेन में सवार पैसेंजर्स में से 21 गुजराती भी हैं, जो ट्रेन से आज अहमदाबाद पहुंचेंगे। ये सभी महेसाणा जिले के आसपास के गांवों के रहने वाले हैं।
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है, जब अमेरिका में घुसपैठ करने की कोशिश करने वालों में गुजरातियों का नाम आया हो। अमेरिका जाने वालों में पहले नंबर पर उत्तर गुजरात के मेहसाणा जिले का नाम आता है। यहां के अखज, सालडी, वडस्मा, लांघणज जैसे चार गांवों में तो युवा आबादी ही नहीं बची है।
इसी सिलसिले में दिव्य भास्कर की टीम ने इन गांवों की ग्राउंड रिपोर्टिंग की तो पता चला कि यहां के ज्यादातर लोग विदेश शिफ्ट हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा लोग अमेरिका ही पहुंचे हैं। हालांकि, गांव के लोग खुलकर यह नहीं कहते कि ज्यादातर लोग वैध या अवैध रूप से अमेरिका पहुंचे हैं।
कुछ लोगों ने अपनी पहचान छिपाकर बताया कि एजेंट्स की मदद से यहां के लोगों का अमेरिका जाना कोई नहीं बात नहीं है। फ्रांस में पकड़ाई फ्लाइट भी कोई बड़ी बात नहीं है। क्योंकि, अमेरिका में घुसपैठ करने वालों को ले जानी वाली ऐसी फ्लाइट तो हर हफ्ते उड़ती है।