उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि संविधान में भी राम मंदिर का जिक्र है। जो लोग राम को नहीं मानते हैं, वे संविधान निर्माताओं का भी अपमान कर रहे हैं। राष्ट्र हित को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जा सकता। उन्होंने कहा कि संविधान में भी राम मंदिर का जिक्र है। संविधान में भी देखें तो राम-सीता और लक्ष्मण के फोटो छुपे हुए हैं।
उन्होंने यह बात शनिवार को विश्व इलेक्ट्रोपैथी दिवस के मौके पर राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर ऑडिटोरियम में कही। वे यहां राष्ट्रीय सेमिनार ‘EHRENALSIME-2024’ में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। गौरतलब है कि कांग्रेस ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाने का फैसला किया है। धनखड़ के बयान को कांग्रेस के फैसले से जोड़कर ही देखा जा रहा है।
धनखड़ ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तरफ इशारा करते हुए कहा- यह आपको सौभाग्य मिला है और मुझे भी मिला है कि मैंने आज तक कोई छुट्टी नहीं ली है। अब आपको कोई छुट्टी नहीं लेनी होगी। समाज भी तभी काम करेगा, जब शरीर की तरह सभी अंग काम करेंगे। जब भारत आजादी के स्वर्णिम 100 साल मनाएगा, तब भारत दुनिया में सिरमौर होगा।

उपराष्ट्रपति ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा
कार्यक्रम के दौरान धनखड़ ने पिछली गहलोत सरकार पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा- पिछली सरकार के समय जब मैं राजस्थान आया तो मेरा हेलिकॉप्टर उतरने नहीं दिया। तब प्रेमचंद बैरवा के सहयोग से स्थानीय किसान ने जिला कलेक्टर को लिखकर दिया कि मेरे खेत में 3 नहीं 13 हेलिकॉप्टर उतरवाएं।
स्वदेशी सामान अपनाने की अपील
धनखड़ ने आर्थिक राष्ट्रवाद पर जोर देत हुए स्वदेशी सामान अपनाने की अपील की। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि हम देश में वही आयात करें जो हमारे राष्ट्र के लिए अति आवश्यक है। भारत में वैल्यू एडिशन पर भी धनखड़ ने जोर दिया।