Friday, March 14, 2025
Homeकृषि समाचारKorba Weather News: वर्षा थमने से रोपाई कार्य ने पकड़ी रफ्तार, किसानों...

Korba Weather News: वर्षा थमने से रोपाई कार्य ने पकड़ी रफ्तार, किसानों की चिंता दूर

कोरबा: जिले में दो दिन पहले चली वर्षा की झड़ी ने खेती को गति प्रदान कर कर दी है। जुलाई माह में 18 दिन से रूकी प्रथम चरण की खेती ने रफ्तार पकड़ ली है। एक जून से अब तक 5,404.4 मिली मीटर वर्षा हो चुकी है। यह आवश्यक वर्षा से 668.23 मिमी अधिक है। सप्ताह भर पहले सूखते खेतों से उबरने के बाद रोपा और बियासी का काम लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। शेष 20 प्रतिशत खेती कार्य पखवाड़े भर में पूरे हो जाने की उम्मीद है।

- Advertisement -

थम-थम कर हुई वर्षा ने सूखते खेतों में हरियाली लौटा दी है। खेत में पानी भरने से अब रोपा व बियासी का काम भी तेज हो गया है। किसानों की माने तो वर्षा जारी रहने से रोपाई करने में कठिनाई हो रही थी। जल प्रवाह से रोपे गए थरहा के बहने की संभावना बढ़ गई थी। धूप निकलने से खेतों में पानी का भराव स्थिर हो गया है। जहां रोपाई हो चुकी है वहां धान के पौधे तेजी से विकसित होंगे। एक जून से अब तक 5,404.9 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। मानसून का साथ होने से पखवाड़े भर के भीतर प्रथम चरण की खेती का कार्य पूरा हो जाएगा। जिला कृषि विभाग ने इस खरीफ वर्ष के लिए 81 हजार 144 हेक्टेयर में धान की फसल का लक्ष्य रखा है। चार दिन पहले 72 हजार 185 हेक्टेयर में रोपा, लेही व कतार खेती हुई थी। अभी हुई वर्षा से इसका आंकड़ा बढ़कर 77 हजार 834 हेक्टेयर पहुंच गया है। रोपाई समय पर नहीं होने के कारण कई खेतों के थरहा की ऊंचाई आवश्यकता से अधिक बढ़ गई है। ऐसे में उपरी हिस्से को छंटाई कर रोपाई करनी पड़ रही है।
बताना होगा कि कम समय में थरहा तैयार हो इसके लिए गोबर खाद डाल चुके थे। सूखे से मुक्ति मिलने से किसानों के चेहरे में प्रसन्नता देखी जा रही। जल स्त्रोत वाले स्थानों से पाइप बिछाकर पंप से सिंचाई शुरू कर दी थी। किसानों का कहना है कि सबसे अधिक राहत मैदानी खेतों के किसानाें को मिला है, जिनके खेतों में दरार पड़ने के कारण नमी समाप्त हो चुकी थी। वहां वर्षा वरदान साबित हुआ है। पखवाड़े भर पहले पाली तहसील में सबसे से कम वर्षा हुई थी। वर्तमान स्थिति में तहसीलवार वर्षा का आकलन करें तो 562.4 मिमी वर्षा के साथ पाली चौथे स्थान पर आ गया है। वहीं सबसे कम 430.6 मिमी वर्षा वाले तहसील में हरदीबाजार आ गया है। धान के साथ खरीफ में बोई जाने वाली दलहन और तिलहन में भी प्रगति आने लगी है। खास बात यह है कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान के बदले अन्य फसल लगाने वाले किसानाें को भी वर्षा से राहत मिली है। बीते वर्ष 3,324 किसानों ने कोदो की खेती की थी। इस बार यह बढ़कर 4,231 हो गई है। इसी तरह मक्का व रामतिल जैसे फसल की बोआई में प्रगति आई है।






RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments