कोरबा:बीते 72 घंटे से थम-थम कर हो रही झमाझम वर्षा से नदी-नालों में बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई है। दर्री बांध में तान नदी का पानी भरने से 10 नंबर गेट को नौ फीट खोला गया है। 13,245 क्यूसेक पानी प्रति घंटा छोड़ा जा रहा। इसकी वजह से हसदेव नदी का जल स्तर बढ़ गया है। नदी से लगे शहर के सीतामढ़ी के आसपास निचली बस्तियों में पानी भरने की आशंका बढ़ गई है। निगम प्रशासन ने लोगों को सजग कर दिया है। उधर खेत खलिहानों में पानी भरने से रोपा बिसायी का काम प्रभावित हो गया है।मानसून आगमन के बाद से जिले में बीते चौबीस घंटे के भीतर एक ही दिन में पहली 938.7 मिमी रिकार्ड वर्षा दर्ज की गई है। दर्री बांध के उपरी क्षेत्र में बहने वाली तान नदी का पानी का बांध में में समाहित होेने से गेट खोलने की नौबत आ गई। जल संसाधन के नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार 10 नंबर गेट को खोलकर बांध के जल स्तर को नियंत्रित किया गया है। बताना होगा सप्ताह भर पहले वर्षा नहीं होने की वजह सूखे के आसार नजर आ रहे थे। कृषि कार्य अब सूखे की स्थिति से पूूरी तरह मुक्त हो चुकी है। रोपाई और बियासी का 20 प्रतिशत ही शेष रह गए हैं। खेतों में पानी में भर चुके हैं।
किसानों की माने तो अब लगातार वर्षा हुई तो रोपाई का काम बाधित होने लगा है। हाल ही में रोपे गए फसल के बहने की संभावना बढ़ गई। छोटे नालाें से लगे खेतों में आवश्यकता से अधिक पानी भराव से मेंड़ टूटने की खबर है। खेती के लिए आवश्यक औसतन वर्षा 624.24 मिमी की तुलना में अब तक 632.40 मिमी वर्षा हो चुकी है। जिले के 42 जलाशयाें में से भेलवाडबरा, पोड़ी, बेला पूरी तरह से भर चुके हैं। शेष पूर्ण भराव के लिए 20 से 30 प्रतिशत दूर हैं। ग्रामीण क्षेत्र की तरह शहर में भी वर्षा का व्यापक असर रहा है।