कुदमुरा-श्यांग मार्ग पर उड़ती धूल के गुब्बारों से ग्रामीण परेशान,निर्माणाधीन कंपनी पर लग रहे आरोप
छत्तीसगढ़। कोरबा जिले में उरगा-पत्थलगांव भारतमाला परियोजना के तहत हाईवे निर्माण कार्य चल रहा है। जिसके चलते कुदमुरा-श्यांग मार्ग पर दस किलोमीटर लंबी सड़क जर्जर हो गई है। जिसके चलते इस मार्ग पर धूल के तूफान उठने लगे हैं। इन धूल के तूफान के चलते इस मार्ग पर पैदल चलने वाले और साइकिल व दो पहिया वाहन से सफर करने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है। आपको बता दें कि भारत माला परियोजना के तहत निर्माणाधीन सड़क के कारण कुदमुरा-श्यांग मार्ग पर कुदमुरा से जिलगा तक रोजाना भारी लोडेड ट्रकों की आवाजाही हो रही है। इसके चलते यह सड़क जर्जर व खस्ताहाल हो गई है। धूल के तूफान के चलते लोगों के स्वास्थ्य पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है। वहीं, इस मार्ग पर स्कूल जाने वाले बच्चों के यूनिफॉर्म भी धूल के तूफान के कारण पूरी तरह गंदे हो जाते हैं। जिससे स्कूली छात्र-छात्राओं को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
धूल बन रही आफत
सड़क पर उड़ती धूल के कारण लोग बीमार हो रहे हैं। दिनभर उड़ती धूल से ग्रामीण परेशान हैं। हालात इतने खराब हो गए हैं कि लोग अब धूल के कारण बीमार होने लगे हैं। धूल के कारण लोगों को एलर्जी, आंखों में जलन, इंफेक्शन, सर्दी-खांसी के अलावा सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इससे बचने के लिए लोग तरह-तरह के विकल्प अपना रहे हैं। उसके बाद भी लोग खुद को धूल की चपेट में आने से नहीं बचा पा रहे हैं। सड़क में धूल का ऐसा आतंक है कि लोग इससे बचने के लिए अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे हैं।
ये लग रहे आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि पानी का छिड़काव न होने से धूल उड़ रही है, जिससे राहगीरों की परेशानी बढ़ गई है। सबसे ज्यादा परेशानी पैदल चलने वालों को तब होती है, जब बड़े वाहन गुजरते हैं। बड़े वाहनों के पीछे चल रहे लोग धूल के कारण कुछ देख नहीं पाते। इसके कारण सामने से आ रहे लोग भी साफ नहीं दिखाई देते। धूल के कारण लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। ऐसा दोपहिया वाहन, साइकिल और पैदल चल रहे लोगों के साथ हो रहा है। धूल के कण इन लोगों की आंखों में जा रहे हैं, जिससे देखने में दिक्कत हो रही है। कुछ लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। स्कूली बच्चे भी इसी रास्ते से आते-जाते हैं, उन्हें भी परेशानी हो रही है।